कल महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रभु मंदिर में शाम ६ बजे से अगले दिन प्रातः ६ बजे तक चतुर्याम की रुद्राभिषेकयुक्त महापूजा संपन्न हुई। तृतीय याम की महापूजा के लिए श्रीजी, प्रभु मंदिर में पधारे। यह महापूजा रात्रि १२ को आरंभ होकर ३:०० बजे पूर्ण हुई। पूजा के आरंभ में श्रीजी सहित सभी उपस्थित भक्तजनों ने श्रीशिवलीलामृत का सामूहिक पारायण किया। महापूजा के समय भक्तजनों ने मिलकर प्रभु मंदिर के कैलास मंटप में सोमवार तथा गुरुवार का सांप्रदायिक भजन संपन्न किया। महाशिवरात्रि के पर्व पर श्रीसमाधि को रुद्राक्षाभरणों से तथा त्रिशूल-डमरू से अलंकृत किया गया था। इस अलंकार में माथे पर चंद्रमा को धारण किए हुए श्रीप्रभु के अत्यंत सुंदर स्वरूप के दर्शन से सभी भक्तगण मुग्ध हुए। श्रीजी ने इस अवसर प्रभु मंदिर परिसर में स्थिति श्रीसर्वेश्र्वर महादेव की महापूजा और आरती संपन्न की।

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